भरोसा--अनोखी प्रेम कथा - 1

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"वाह--ब्यूटीफुल-अतिसुन्दर-बेमिसाल",बाएं हाथ मे लगी मेहंदी को देखकर प्रफ्फुलित होते हुए दाया हाथ आगे करते हुए रीना बोली,"राजेश देखेगा तो खुश हो जाएगा।""राजेश कौन?""हसबेंड--मेेरा पति।"आज करवा चौथ थी।सुहागनों का त्यौहार।औरतो ने अपने सुुहग की सलामती के लिए करवा चौथ का व्रत रखा था।सुबह से भूखी प्यासी थी।पानी भी नही पी रही थी।फिर भी उनमे ज़बरदस्त जोश,उमंग,उत्साह,उल्लास था।बाजारों में आज चारो तरफ औरते ही औरते नज़र आ रही थी।चूूूडी की दुकानें, ज्वेलरी ,गिफ्ट सेेेटर, कपडे की दुकान, ब्यूटी पार्लर सब जगह औरते ही औरते।रीना की पहली करवा चौथ थी।यू तो बाजारों मे जगह जगह लड़के लड़कियों सड़कों के किनारे बैठकर मेहंदी