गूंगा गाँव लोकतंत्र का पौधा जब प्रस्फुटित होकर, सत्ता के केन्द्र बिन्दु ब्राजमान होता है,ै। तब वही जन- जन की इच्छायें पूरी करने में समर्थ होता है। इसमें अधिकांश के विकास को समग्र का विकास मान लिया जाता है। विश्व में प्रजातंत्र से सफल कोई शासन की श्रेष्ठ प्रणाली नहीं हो सकती। मानव के विकास में यह बहुजन हिताय और बहुजन सुखाय की उत्तम परम्परा विकसित हुई है। जब यह प्रणाली संसद से जनपदों तक पहुँचती है तभी इसे पंचायती राज कहना उचित लगता है। इन दिनों कुन्दन यही सब सोचने में लगा है। वार्ड क्रमांक सात