जब से चांदनी ने आकाश से फोन पर बात की, तब से ही वह उदास रहने लगी थी। हंसना बोलना तो उसने कब का छोड़ दिया था । अब अपने को कमरे में बंद कर लिया था। इतनी बार उसकी दादी और भाई ने उसे समझाने की कोशिश की लेकिन जैसे उसने अपने आसपास एक अकेलेपन का घेरा बना लिया था। खाना पीना भी ना के बराबर ही हो गया था। कल जब पड़ोसन में आकर यह बताया कि सुना है आकाश अगले महीने शादी कर रहा है। तबसे चांदनी की मम्मी देख रही थी कि वह कुछ ज्यादा ही