इक समंदर मेरे अंदर मधु अरोड़ा (4) ....गुड़िया, तुझे मलाई पसंद है, इसलिये दो बार मलाई डाल देता हूं। एक तू खा लेना और एक घर तक ले जाना’। वह दही के दोने को बायें हाथ की हथेली पर रखती और दायें हाथ से ढक लेती। जब दुकान से थोड़ी दूर आ जाती तो दायें हाथ को हटाती और दो उंगलियों से मलाई उतार कर मुंह में रख लेती। राहगीर हंसते और कहते – ‘कशी कृष्णा सारखी चोरून साय खात आहे’। जब वह घर के नज़दीक पहुंचती तो बाल पूरी तरह सूखकर झाऊझप्प हो जाते। चेहरा दिखता ही नहीं था