बात कॉलेज के दिनों की है ।जब में और मेरी सहेली सीमास्नातक द्वितीय बर्ष में थे।हम दोनों में घनिष्ठ मित्रता थी।सीमा खूबसूरत होने के साथ साथ काफी होनहार भी थी।और हम दोनों ढेर सारी बातें किया करते थे।वो कहती थी कि लोग लड़कियों को बोझ क्यों समझते हैं।मुझे तो अपने लड़की होने पर गर्व है। शादी ससुराल आदि के बारे में बातें चलती तो वह कहती सास कभी खराब नहीं होती ।अगर बहु उनका माँ जैसा ख्याल रखे तो वो भी बहु को बेटी की तरह प्यार करेंगी।खैर कॉलेज खत्म होते ही उसकी शादी हो गई।में सोच रही थी कि उसकी