आखा तीज का ब्याह सारांश सपनों को पूरा करने निकली वासंती अपने रिश्तों को ही खो बैठी। जब फिर से अतीत की गलियों ने उसे पुकारा तो वह अनिष्ट की आशंका से घबरा गई। मगर प्रतीक ने आश्वासन दिया कि कोई है वहां उसकी सुरक्षा के लिए। कौन था वो…. ***** आखा तीज का ब्याह (1) श्वेता ने तिलक राज के केबिन में प्रवेश किया| तिलक राज उस वक्त कुर्सी पर बैठा अपनी कनपटियाँ मसल रहा था| वह समझ गयी कि तिलक बहुत परेशान है| “आप परेशान लग रहे हैं?” “नहीं! बस थोड़ा सर दर्द हो रहा था|” तिलक ने