राजनारायण बोहरेर- लोक कथा -लटूरी दद्दा का भूत बहुत पुरानी बात है, एक गांव में कोटवार के रूप में तैनात एक अत्यंत सीधे-सादे और बड़े भोले व्यक्ति लटूरी दद्दा रहते थे ।लटूरी दद्दा का परिवार भी उन्ही जैसा सीधा सादा था। परिवार में दो ही प्राणी लटूरी दद्दा और दूसरी लटूरी की पत्नी लटूरन भाभी। सरकार ने कोटवार होने के नाते लटूरी को थोड़ी जमीन दे दी थी जिस पर वे खेती करते थे । उन्होंने अपने हाथोँ कभी खेती नहीं की थी एक साझीदार को वह खेती करने को दे देते थे और खुद कोटवार के रूप में अपनी