यह सुनकर चांदनी व उसकी दादी एकदम से सकते में आ गए । चांदनी की दादी ने मीरा देवी से कहा "बहन जी, तलाक यह आप क्या कह रही हैं। आप भी बेटी वाली हो। कुछ तो सोच समझकर बोलो। ऐसी क्या गलती हो गई हमारी बेटी से। अरे, बीमार ही तो हुई थी और अब सही भी हो गई । हमने तो आपको भी तंग नहीं किया। खुद ही उसकी तीमारदारी कर ली। जो कुछ हुआ उसे भूल जाओ और मेरी पोती को लिवा लाओ। आपसे उम्र में बड़ी होकर भी हाथ जोड़ती हूं आपके। इस बुढ़ापे में यह