चिड़िया ऐसे जीती है मधु कांकरिया कहानी उन खूबसूरत सुहाने दिनों की है जब साइबेरिया से आए सुंदर सलोने परिंदे हमारी धरती पर उतरते थे, प्रेम की झील में तैरते थे और स्वप्न भरी उड़ान भरा करते थे। उन्हीं खूबसूरत दिनों के चंद खूबसूरत लमहों में वह कामयाब हो रहा था और उसे लग रहा था कि अब खुल गया है वह दरवाजा जिससे हो कर वह स्वाद ले सकता है जिंदगी का। चूस सकता है अंगूर के गुच्छे की तरह उसकी अंतिम बूँद और औरत नाम के उस अज्ञात दुर्गम प्रदेश की सैर भी कर सकता है जो सदैव