बाढ़ और दादी

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अनिल जायसवाल"बागमती में पानी उफान मार रहा है। कभी भी किनारा तोड़कर पानी गांव में घुस आएगा। सरकार ने चेतावनी जारी की है। हमें सुबह तक गांव खाली करना है। सब तैयार रहना।" बुधिया चिल्लाते हुए गांव में घूम रहा था।धनिया सोच में पड़ गई। उसका घर किनारे से ज्यादा दूर नहीं था। घर में एक पोता गोनू के सिवा कोई न था। वह दूसरे गांव में सब्जियां बेचने गया हुआ था। शाम तक लौट आता था। परंतु आज शाम से रात हो गई थी, वह न लौटा था। बिना गोनू के गांव छोड़ने की बात से ही धनिया घबराने