एक ज्योतिषीजी पर मुकदमा आर० के० लाल वकील साहब! मुझे एक मुकदमा दायर करवाना है, अंकुर ने अपने रिश्तेदार से कहा जो हाईकोर्ट में एक एडवोकेट हैं। एडवोकेट साहब ने कहा, “अरे भाई साहब! आपको किस तरह का मुकदमा करना है? क्या आपने कहीं कोई फौजदारी कर दी या घर में चोरी हो गई? घर में सभी लोग कुशल से तो हैं””? अंकुर ने उत्तर दिया, “ “सभी लोग कुशल पूर्वक हैं, कोई चोरी भी नहीं हुई, लड़ाई-झगड़ा भी नहीं हुआ है। मुझे तो उस ज्योतिषी पर मुकदमा करना है जिसने मेरा विवाह पक्का करवाया था। मेरे माता-पिता