ऑफिस में काम करने वाली औरतो का बॉस यौन उत्पीड़न करते है।औरतो को नौकरी बचाये रखनेव के लिए चाहे अनचाहे समर्पण करना पड़ता है।आज उसे लग रहा था।जो उसने सुना सही था।तभी तो न चाहते हुए भी उसे बॉस के साथ आना पड़ा था।वह साथ आ तो गई थी,लेकिन जहाँ तक समर्पण का सवाल है। चाहे जो हो जाये, वह समर्पण नही करेगी।चाहे उसे नौकरी छोड़नी ही क्यों न पड़े।सुमित्रा सोच विचार में खोई थी,तभी कार होटल के कंपाउंड में आकर रुकी थी।"कम ऑन,"कार से उतरते हुए बॉस बोले थे।बॉस की आवाज सुनकर सुमित्रा यंत्र चालित गुड़िया की तरह कार