यारबाज़ विक्रम सिंह (6) "किस बात के लिए वकील? जो जमीन हमारी है उसमें वह जबरदस्ती घुसने की कोशिश कर रहा है। अपनी जमीन को लेने के लिए क्या वकील करू? मैं भी जबरदस्ती उसे निकाल दूंगा।" बोलते -बोलते श्याम जैसे गुस्से से भर गया श्याम उठ कर चलने लगा था। घर आकर श्यामलाल ने लाठी उठा ली थी। गुस्से से पलटन के घर की तरफ निकल गया था। मैंने श्याम को जाते हुए देखा। इसी श्याम के हाथ में कभी बैट हुआ करता था। मैं सब से कहता था कि श्याम एक दिन बड़ा बैट्समैन बनेगा । जो गणित के बड़े