दह--शत - 25

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एपीसोड ---२५         बुआ जी के सामने जब कविता की बात  खुल गई थी तो समिधा ने  उनसे अपना शक ज़ाहिर किया , “ बुआजी ऐसा लगता है वह अपने पति को कोई नशीली चीज खिलाती है। उससे शिकायत करे तो उस पर असर नहीं होता। वो इनसे मोबाइल पर ‘वल्गर टॉक्स’ करके इनके सोचने-समझने की शक्ति छीने ले रही है।” “मैं जानती हूँ तुम समझदार हो। आजकल ‘इज़ी मनी’ कमाने का चक्कर भी शुरू हो गया है। ज़रा सम्भलकर रहना।” “बुआजी! वो ऐसे लोग तो नहीं लगते लेकिन औरत  पक्की  बदमाश है।” बुआजी घर सूना करके चली जाती है। इस