30 शेड्स ऑफ बेला (30 दिन, तीस लेखक और एक उपन्यास) Episode 5 by Poonam Jain पूनम जैन अतीत में घूमता मन ऋषिकेश, गंगा का घाट। यहाँ आकर उसे लगा कि वो बेला ही है. मुँह धोने का मन हुआ. पानी लेने झुकी और अपना ही चेहरा देखकर विरक्ति से भर उठी। आँखें बंद कर ली। क्या वाकई कुछ था, जिस पर खुश हुआ जा सकता था? कितना कुछ नहीं बीता? अच्छा बुरा क्या कुछ नहीं किया? जाने अभी और क्या देखना बाकी था? फटाफट मुँह पर पानी डाला और किनारे पड़े बेंच की ओर सीढ़ियां चढ़ने लगी। करीब तीन हफ्ते