उर्वशी ज्योत्स्ना ‘ कपिल ‘ 21 उसका रक्तचाप बढ़ रहा था। खाना पीना लगभग न के बराबर रह गया था। चूँकि वह किसी से अपने मन की बात नहीं कर पा रही थी तो घुटन भी बढ़ती जा रही थी। अक्सर वह बस मायूस सी शून्य में देखती रहती। पैरों में सूजन बढ़ने लगी, तीव्र सरदर्द भी रहने लगा। नींद उड़ गई, और एक दिन उसकी तबियत काफ़ी बिगड़ गई तो ड्रिप चढ़ाई गई । डॉक्टर ने बताया कि शिशु का विकास बहुत कम हो रहा है। अगर यही हाल रहा तो उसकी जान को खतरा है। उसे गोली देकर सुला