केसरिया बालम डॉ. हंसा दीप 20 और दौड़ती दुनिया थम गयी समूचा विश्व तेज गति दौड़ रहा था, बेतहाशा। इंसान आज यहाँ तो कल वहाँ। हज़ारों मीलों की यात्रा करते उसके पैर जमीन पर टिक नहीं रहे थे। एक पैर अमेरिका में तो दूसरा इटली में, एक स्पेन में तो दूसरा कैनेडा में। इस बात से सब अनजान कि वर्षों से चल रही इस दौड़ को रोकने की योजना नियति ने बना ली थी। महीनों तक घरों में बंद करने की योजना, इंसानों के उड़ते परों को काट देने की योजना। महामारी कोरोना बनाम कोविड19 ने ऐसा जाल बिछाया कि