बेहद खूबसूरत लगता है ना रात के वक़्त सफर करना और इन ठंडी हवाओं से ना जाने कितनी बातें करना , इन तारों का जगमगाना और आसमान से चांद का हमारा पीछा करना सब इतना ख़ूबसूरत लग रहा था मानों अब स्वर्ग ही मिल गया हो पर कहते हैं ना कि बिना मरे स्वर्ग कहां मिलता है ठीक वैसे ही अगर ज़िन्दगी में दुःख न आए तो ये कुदरत को भला कौन देखता है इसकी खूबसूरती को कौन समझता है ? और शायद ज़िन्दगी में पहली बार दुःख या यूं कहे धोखा हमको भी मिला था । पहली बार किसी से