छूटा हुआ कुछ डा. रमाकांत शर्मा 6. चार दिन बीत चुके थे, गगन सर का फोन नहीं आया। इस बीच लैंडलाइन फोन की दो-तीन बार घंटी बजी थी। उन्होंने तुरंत ही फोन उठाया, पर गगन सर का फोन नहीं होने की वजह से उन्हें निराशा ही हाथ लगी। एक बार किसी स्टूडेंट की मम्मी का फोन यह बताने के लिए आया था कि उनका बेटा उस दिन ट्यूशन के लिए नहीं आ पाएगा और दो बार तो रांग नंबर था, उन्हें झुंझलाहट होने लगी। इंतजार की इंतिहा में उन्हें यह सोचकर खुद पर हंसी आने लगी कि जिन गगन सर