अध्याय – 8 आओ सुमन, ऊपर अपने घर पर चलते हैं।सुमन अपना घर छोड़ने पर उदास भी थी। ऊपर फ्लैट का ताला खोलते हुए चंदन बोला - देखो सुमन यहाँ तुम्हारा स्वागत करने के लिए तो कोई आएगा नहीं। तुम यही खड़ी रहो अंदर मत आना। मैंने सारी तैयारी कर रखी है, मैं अभी आता हूँ। यह बोलकर वह तेजी से अंदर चला गया।अंदर से वो एक लोटा चावल और आरती की थाली सजाकर ले आया। ये देखकर सुमन ने मुस्कुरा दिया ये क्या कर रहे हैं आप ? सुमन बोली।अब तुम इस घर की लक्ष्मी हो ना तो धन-धान्य लेकर