अध्याय – 7 रायपुर में प्लेटफार्म पर खड़े होकर रमेश गाड़ी की टाईमिंग देख रहा था। रायगढ़ की आरे से आने वाली ट्रेन समय पर थी। दस मिनट की प्रतीक्षा के बाद आखिर ट्रेन प्लेटफार्म पर आ ही गई।रमेश को प्लेटफार्म पर आया देखकर चंदन कंट्रोल नहीं कर पाया। वह उसके नजदीक आया और उससे लिपट गया। वह सुबक-सुबक कर रोने लगा।क्या हो गया चंदन ? फिर से रो रहे हो, रमेश ने कहा।हाँ यार थोड़ा सेंटी हो गया था। तुमको देखकर संभाल नहीं पाया। चल चलते हैं।दोनों मिलकर चंदन के फ्लैट पर आ गए।अच्छा हुआ ये फ्लैट मैंने अब तक