छोटू

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अरे छाया जल्दी चलना, रोज की तरह आज फिर हम लोग बस स्टैंड जाने में लेट हो जाएंगे। ग्रामीण सेवा भी पूरी भर जाएगी। ऐसा कह के दिशा लगभग छाया का हाथ खींचते हुए बस स्टैंड तक ले कर चली गई।छाया और दिशा दोनों फ्रेंड है। वह दोनों अपने घर से दूर कंप्यूटर क्लास आती है। आने जानेे के लिए ग्रामीण सेवा जो कि एक तरह की ऑटो है, उसका इस्तेमाल करती है। बहुत सी गाड़ियां आ और जा रही है। ज्यादातर भरी हुुई है, अचानक से एक आवाज आती है जल्दी जल्दी आओ बैठो बैठो... छाया और दिशा उस