श्रीमद्भगवतगीता महात्त्म्य सहित (अध्याय-१८)

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जय श्रीकृष्ण भक्तजनों!ईश्वर के प्रिय आप सभी भक्त जनों के लिए श्रीगीताजी के सबसे फलदायी अध्यायय को लेकर उपस्थित हु । श्रीगीताजी के इस अध्यायय के नित्य पाठ करने से मनुष्य की जो इच्छा मृत्यु लोक में पूरी न हो सकी होती है वह स्वर्ग लोक में पूरी हो जाती है और साथ ही श्री नारायण जी के अशीम अनुकम्पा से मुक्ति प्राप्त होती है। श्री नारायण जी अशीम अनुकम्पा आप सब प्रियजनों पे बनी रहे। आप सभी भक्तजन श्रीगीताजी के इस अध्याय के अमृतमय शब्दो को पढ़कर, सुनकर तथा सुनाकर अपने तथा सभी भक्तजनों का जीवन कृतार्थ करे!जय श्रीकृष्ण!~~~~~~~~~~~~~ॐ~~~~~~~~~~~~~