दह--शत [ नीलम कुलश्रेष्ठ ] एपीसोड --16 समिधा जल्दी से बोली, “फ़िल्म का नाम तो मुझे भी याद नहीं आ रहा लेकिन इस फ़िल्म में हेमामालिनी केमिस्ट्री की लेक्चरार है धर्मेन्द्र हिन्दी का लेकिन तुम झूठ क्यों बोल रही हो उसमें नृत्यनाटिका कोई है ही नहीं।” कहते हुए उसने अभय की तरफ देखा जो मंत्रमुग्ध से कविता की तरफ देखते हुए मुस्करा रहे थे। उसने कविता की तरफ़ चेहरा घुमाया वह भी शरारती होठों से मुस्कराती उन्हें घूरे जा रही थी। समिधा का खून सनसना उठा। पति शहर से बाहर गया है कविता का उसकी उपस्थिति में इतना बेबाक इशारा