सुबह का 5:00 बजे का अलार्म लगा कर सोने की आदत पुरानी हो चुकी थी। अब तो विभा की नींद अलार्म बजने से पहले ही खुल जाती थी और वह यंत्रबद्ध सी सीधे रसोई की ओर जाती थी ताकि ताजा पानी भरने से न चूक जाए। नित्यकर्म से निपटने के बाद पूरे दो घंटे रसोई में ही परिक्रमा करती। दूध उबालना, नाश्ता बनाना, टिफिन पैक करने आदि कई काम थे। हालांकि वह इन सब कामों की अभ्यस्त हो चुकी थी, फिर भी समय तो देना ही पड़ता था।उठने से लेकर बच्चों को स्कूल भेजने तक समय कब पंख लगाकर उड़