दादी की स्वर्ग यात्रा

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दादी की स्वर्ग यात्रा अक्सर दादी हमें अपनी जवानी की पारिवारिक स्थिति के बारे में बताती रहती थीं । दादी बताती थी कि जब उनकी शादी हुई थी , तब दादी घर में अकेली औरत थी । उनकी सास, उनकी शादी से पहले ही स्वर्ग सिधार गई थीं। धीरे-धीरे परिवार बढ़ा , तो चारों ओर खुशहाली छा गयी थी । प्रेम और परिश्रम से परिवार उन्नति की राह पर चल पड़ा था । दादी का परिवार, जन-धन, मान-सम्मान हर दृष्टि से विकास की तरफ बढ़ रहा था । मगर परिवार में यह खुशहाली अधिक दिनों तक