ये कहानी है एक लड़की की....जिसे लिखने का बहुत शौक़ था... 6 साल की उम्र में उसने एक खरगोस के उपर कहानी लिखी थी जिसे Pox की बीमारी थी। उसने वो कहानी अपनी माँ को सुनाई, उन्हें वो बहोत पसंद आई उन्हों ने उसकी बहुत प्रशंसा भी की, वो एक अंतर्मुखी (introvert) थी, अपने Shy नेचर की वजह से उसके ज्यादा दोस्त भी नहीं थे, वो हंमेशा बुक्स और फेन्टासी की दुनिया में जीती थी, और एक छोटी सी नोटबुक में अपने विचार लिखा करती थी, 15 साल की उम्र में उसकी दादी की मृत्यु हो गई, जिनसे वो बहोत प्यार करती थी, वो