दो बाल्टी पानी - 21

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आँधी के साथ तेज बारिश शुरू हो चुकी थी पिंकी सड़क के उस पार वाले नल के पास नीम के पेड़ के नीचे खड़ी सुनील की राह देखते-देखते परेशान हो गई, आंधी गांव में दस्तक दे चुकी थी पिंकी अपने दुपट्टे को बार-बार संभाल रही थी तभी उसे ख्याल आया कि जब तक बाल्टी भर ले आखिरकार यही तो सहारा है घर से निकलने का, हवा के झोंके इतनी तेज हो गए कि मानो नीम उसी पर ही गिर पड़ेगा, पिंकी घबरा गई और बाल्टी लगाकर नल चलाने लगी लेकिन हत्था हिला तक नहीं, पिंकी ने बहुत कोशिश की पर