औरतें रोती नहीं - 23

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औरतें रोती नहीं जयंती रंगनाथन Chapter 23 आने से पहले बस उसे दिक्कत हुई थी फैजल से। फैजल अलग था। पढ़ने में ठीक था। पर जब यहां इंजीनियरिंग में उसे कहीं दाखिला नहीं मिला, तो अब्बा ने उसे दुबई के बिट्स पिलानी में इंजीनियरिंग करने भेज दिया। कई गुना ज्यादा खर्च। पर अब्बा चाहते थे कि फैजल इंजीनियर बने। दो साल पहले वह वहां से डिग्री लेकर लौट आया। अब्बा कहते रहे कि वहां नौकरी मिल रही है, तो वहीं कर लो। पर नहीं... पता नहीं क्या करना चाहता है? अब्बा का किताबों का बिजनेस कोई इतना बड़ा नहीं कि