ये दिल पगला कहीं का अध्याय-11 मोहल्ले में यही एक अनोखा परिवार नहीं था बल्कि विनय और उसका परिवार भी आकर्षण का केंद्र बना हुआ था। विनय जिस स्त्री को अपनी विवाहिता पत्नी बताता था वह सुनिता स्वयं एक जवान विवाह योग्य बेटी नीतू की मां थी। सुनिता परित्यक्तगता थी अथवा विधवा, ये बात उसने कभी विनय को नहीं बताई। विनय ने भी ज्यादा पुछ-परख किये बगैर सुनिता को अपना लिया था। विनय ने अपना घर तो बसा लिया किन्तु वह अपने छोटे भाई नीरज के लिये चिंतित था। वह जानता था कि नीरज उसी की तरह कम पढ़ा-लिखा है।