गुडहल का पेड़

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सुबह स्कूल जाने से पहले स्नेहा दौड़ी-दौड़ी बगिया में गई। वह एक खिला हुआ सुंदर फूल तोड़ना चाहती थी।“वाह! कितने सारे और कितनी प्यारे फूल हैं बगिया में।” बगिया देखते ही उसके मुंह से निकला।उन फूलों ने भी मानो स्नेहा की बात सुन ली हो। अपनी प्रशंसा सुनकर वे इठला कर खुशी से झूमने लगे। जिससे उनकी सुंदरता और बढ़ गई।नेहा ने देखा बगिया की एक क्यारी में गुलाब के सुंदर-सुंदर फूल लगे हुए थे तथा कई भंवरे उन पर मंडरा रहे थे।“ये गुलाब के फूल तो बहुत सुंदर हैं। चलो मैं इनमें से ही एक फूल तोड़ लेती हूं।”यह