बादलों में बनी हुई आकृति उसे नकाब पहनी हुई लगती है। नकाब हमें नया बना देता है। जिसे लोगों ने कभी नहीं देखा। उसी तरह जब वह स्कूल में कृिश का नकाब लगाकार अपना चेहरा छिता लेता। बादल भी पहाड़, चिड़िया और कई चेहराें का नकाब लगाकर अपना सत्य छुपाने की कोशिश करता होगा। नकाब लगाने के बाद व्यक्ति का स्वभाव उस नकाब चेहरे की परिभाषा की तरह होता है। वैसे ही बादल नकाब के चेहरे में बहुत खुबसुरत दिखाई देता। एक बार हवा की धुंध में मैंने उसे नकाब उतारते हुए देख लिया। जैसे-जैसे नकाब बादल के चेहरे से उतर रहा था। उसका रंग सफेद से नीला होने लगा था। छोड़ी देर बाद उसका रंग गहरा