पूर्णता की चाहत रही अधूरी - 5

  • 6.4k
  • 2k

पूर्णता की चाहत रही अधूरी लाजपत राय गर्ग पाँचवाँ अध्याय प्रतिदिन की भाँति मीनाक्षी के ऑफिस पहुँचने के कुछ मिनटों बाद ही महेश डाक ले आया। डाक में तीन दिन बाद दिल्ली में होने वाली मासिक मीटिंग का पत्र भी था। सारी डाक देखने के बाद उसने महेश को पिछले महीने की स्टेटमेंट फ़ाइल लाने के लिये कहा। फ़ाइल देखने के बाद उसे सभी अफ़सरों को दोपहर तीन बजे अपने-अपने वार्ड की ताज़ा रिपोर्ट के साथ मीटिंग में आने के निर्देश दिये। मीटिंग में अफ़सरों से वांछित सूचनाएँ प्राप्त करने के बाद हरीश को रोककर बाक़ी सभी को अपना-अपना काम