होने से न होने तक 39 फरवरी के अन्तिम सप्ताह में अध्यक्षा मिसेज चौधरी का जिनयर से ले कर डिग्री तक सभी विभागों के लिए ‘‘महिला दिवस’’ के उपलक्ष्य में कार्यक्रम आयोजित करने का सर्कुलर मिला था और सप्ताह के अन्त में उस संदर्भ में समीति के कार्यालय में आयोजित मीटिंग में सभी सैक्शन्स के प्राचार्यों को दो टीचर्स के साथ आने के आदेश दिए गए थे। हम सब ने दीपा दी से पूछा था ‘‘अब?’’ परीक्षाए निकट आ चुकी थीं-अध्ययन और अध्यापन दोनो ही तेज़ी पर थे। पढ़ाई को बहुत गंभीरता से न लेने वाले स्टूडैन्ट्स और टीचर्स भी