आधी दुनिया का पूरा सच (उपन्यास) 13. ब्यूटी के दिए हुए कपड़े पहनते ही रानी के मनःमस्तिष्क में एक भयावह कल्पना ने आकार लिया और उसके मुँह से निकल पड़ा - "इस मैडम ने इतने छोटे कपड़े क्यूँ पहनाये हैं मुझे ?" कहते-कहते रानी की आँखों में आँसू बहने लगे । तभी कमरे में आकाश नाम के एक पुरुष ने प्रवेश किया और रानी को अपनी बाँहों में भरकर बोला - "कल रात नेताजी के साथ खूब मजा आया ?" रानी ने कोई उत्तर नहीं दिया, लेकिन अपना विरोध दर्ज कराते हुए उसकी बाँहों से छूटने के का भरसक प्रयत्न