बच्चे रोड़ से नीचे नहर में छलांग लगाने लगे। नीचे पानी में जाते ही गिरने की आवाज आती और बच्चे कहीं गायब हो जाते। वह रूक कर पानी में उनकी उपस्थित को तलाश लगता। उन बच्चों को देख ऐसा प्रतित हुआ मानों वह दूसरी दुनिया में प्रवेश कर रहे हो। जहां पहुंचते ही सभी वर्तमान जीवन से गायब हो जाते हैं। उस वक्त इच्छा हुई मुझे भी पानी में गोते लगाना चाहिए। लेकिन पानी से मेरी दोस्ती अभी उतनी गहरी नहीं है। अगर मैं डूबने लगा तो पानी मदद को नहीं आएगा। उस वक्त एहसास हुआ, तैरते हुए बच्चे और पानी की कितनी गहरी दोस्त