होने से न होने तक 36. बीस तारीख की मीटिंग का नोटिस आया है। मीटिंग होने की बात पर हम सब को थोड़ी उलझन हो जाती है। पता नही किस बात पर मिसेज़ चौधरी चिड़चिडाने लगें,किस बात पर तानों की भाषा में बोलने लगें। फिर इस बार विशेष रूप से लगा था कि अभी कुछ दिन पहले हुई कार्यशाला के संदर्भ में न बुलायी गयी हो यह मीटिंग। वैसे तो सभी कुछ बहुत अच्छी तरह से निबट गया था पर अपने इतने लम्बे अनुभव से हम लोग जान चुके हैं कि मिसेज़ चौधरी को सही दिखायी नहीं देता है और