रामदेव सिंह के बेटी का ब्याह है। दू फेरा से प्रधान हैं सरकारी इंजीनियर दामाद उतारे हैं । एकदम पैसा से बोझ दिए हैं। कौन एक नंबर के पैसा है, सब तो दू नंबर का सरकारी पैसा समेट के रखे थे, वही खर्च कर रहे हैं । पूरा चहल पहल है नाते रिश्तेदारों से भरा है घर दुआर।नया धन हुआ है तो फुटानी थोड़ा ज्यादा ही है। लेकिन इन सब के बीच वह अलग ही चमक रही है । इतने नाते रिश्तेदारों के बीच भी रामदेव बाबू की जनानी हरदम उसको ही हाँक लगा रही है " हे मेदनीपुरवाली हेने आवअ