ये दिल पगला कहीं का अध्याय-7 बबली के पैर एक बार फिसले तो फिर फिसलते चले गये। उसके चरित्र पर उंगलियां उठने लगी थी। एक समय वह भी आया जब बबली के पिता को ग्राम पंचायत के सम्मुख बबली के होने वाले अनचाहे बच्चे के पिता की खोज के लिए पंचायत बुलानी पड़ी। बबली की मां ने ही यह साहस अपने पति रामभरोसे को दिया। उसने यह भी कहा- 'बबली के माता-पिता होकर गल़त हम नहीं है। इस भूल में बबली के साथ वह पुरूष भी जिम्मेदार है जिसने उसे गर्भवती किया है।' बबली की मां नारंगी ने अपनी बेटी