गाँव में पेट्रोल डिजल का रोना नहीं है। उहाँ विकासवा आराम से चाय की टपरी पर सुर्ती मलता है । गाँव छोड़े सालों हो गये लेकिन गाँव हमें नहीं छोड़ रहा । पछियारी टोल का सारा खबर विकासवा फोन लगाकर देता है हर महीने दो महीने पर । हाल चाल के नाम पर ओकरे खिस्सा, जानते हो रामनिवास की छौरीं गदहिया टोल वाले परमेसरा के बेटे के साथ भाग गई । कौन ललितिया कि बड़की । इ परमेसरा कौन , वही बाजावाला न। अरे वही जिसपर तुम्हरी नजर थी।का बात करते हो !और क्या! पूरा टोला फनफनाये घूम रहा है थाना पुलिस