प्यासी रूह

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" मैं कुछ नहीं कर सकता रवि बाबू.. वो.. वो काली परछाई बहुत ताकतवर है.. मेरी जान जा सकती है.. मुझे माफ़ कर दीजिए " कहकर पुरोहित भाग खड़े हुए। जिंदगी इस मोड़ पर लाकर खड़ा कर देगी रवि ने सोचा नहीं था। रवि की नौकरी में प्रमोशन हुआ था। मीरा के साथ नए शहर में शिफ्ट होते ही उसने एक ऊंची इमारत में बड़ा सा फ्लैट लिया था। जिंदगी बहुत ही खूबसूरत तरीके से चल रही थी और एक दिन" रवि ! एक खुशखबरी है! मैं रुक नहीं शाम तक तुम्हें बताने से "" सच! बताओ ना मीरा ? आजकल वैसे