ये दिल पगला कहीं का अध्याय-6 देवी को सात साल के कठोर कारावास की सजा सुनाई। आदित्य और उसके पिता खेमचन्द निर्दोष सिध्द होकर सकुशल घर लौट आये। तब राजकुमार एक वर्ष का था। तभी से दोनों पिता-पुत्र मिलकर राजकुमार की परवरिश कर रहे थे। यह सब जानते हुये भी कविता राजकुमार की मां बनने को तैयार थी। शनिवार को अर्ध अवकाश के दिन निर्धारित समय से आदित्य घर आ पहूंचा। घर पर पुर्व से कविता उपस्थित थी। आज कविता का अवकाश था सो वह राजकुमार से मिलने आदित्य के घर आ गयी। खेमचन्द ने आदित्य के मुंह से कविता