“सब्जी वाला लड़का” आर 0 के 0 लाल बाबूजी सब्जियां ले लीजिए, सस्ती और हरी सब्जियां ले लीजिए। मोहल्ले की गली में एक लड़का काफी देर से आवाज लगा रहा था । एकांशी किचेन में अपने पति और बेटे के लिए नाश्ता तैयार कर रही थी और साथ ही समाचार भी सुन रही थी । कोरोना के समय केवल सब जगह उसी की बातें हो रही थी, एकांशी के पति कुछ बता रहा थ परंतु सब्जी बेचने वाले की तेज आवाज के कारण उसे कुछ सुनाई नहीं दे रहा था। कुछ देर बाद सब्जी बेचने वाला घर के