"फैसला"प्रतिभा ने कॉलेज से आते ही पानी पिया और राहत की साँस ली। प्रतिभा अपने माँ-बाप की इकलौती संतान है। जिसे उसके माँ-बाबूजी ने बड़े लाड़-प्यार और नाजों से पाला है।बचपन से ही प्रतिभा को अच्छे संस्कार मिले हैं क्योंकि माता-पिता दोनों ही धर्म-कर्म में विश्वाश रखते हैं और धार्मिक प्रवृत्ति के हैं।पिता का नाम श्यामसुंदर तथा माता का नाम रोहिणी है।श्यामसुंदर के पास सम्पति के नाम पर कुछ पुस्तैनी ज़मीन है जिसे वे हर साल ठेके पर दे देते हैं।उनकी एक छोटी सी दुकान है जिससे घर खर्च आसानी से निकल जाता है तथा बाकी की बचत को वे