मुम्बई टू रायपुर- भाग दो खिड़की वाली जगह पाकर जितनी खुशी हुई थी, उतनी दो घंटे में मुंम्बई पहुंचने पर भी नही हुई...मन कह रहा था थोड़ी देर ऊपर से ही मुंबई शहर घुमा देता तो क्या हो जाता खैर.. दो दिनों तक मुंबई शहर का आनंद लिया, अंतिम दिन रायपुर के लिए शाम 5 बजे प्लाईट थी. आयोजक द्वारा हमारी सहायता में लगाईं गई खूबसूरत कन्या ने कहा, आप खाना खाकर तीन बजे एयरपोर्ट को रवाना होंगे, मुंबई की ट्रैफिक का कोई भरोसा नहीं अापको सही समय पर फ्लाइट तक पहुंचाना हमारी जिम्मेदारी है। मैं भी बिना देर किए आन