पूरे विश्व में बाल श्रम को रोकने के कड़े से कड़े कानून बनाये गए, बहुत से सामाजिक कार्यकर्ताओं ने बाल श्रम के खिलाफ जनजागरण किया बहुत अच्छे परिणाम भी सामने आए और उनके इस कार्य के लिए दुनिया का सबसे ऊंचा #नोबल_पुरस्कार भी मिला। परन्तु जमीनी हकीकत ये कि आज भी दुनिया भर में करोड़ो बच्चे अपनी नन्ही सी उम्र में कठोर मजदूरी करने के लिए विवश है बहुत लाखों बच्चे कठोर श्रम से उत्तपन्न शारीरिक कमजोरियों के चलते अपना जीवन पूर्ण कर लेते है। अब जरा सोचिए इतनी हृदयविदारक परिस्थितियों के लिए जिम्मेदार कौन है? माँ-बाप लगभग सभी