❤❤" सिया तुम्हें ये शादी करनी ही होगी। बेटी, तुम क्यों नहीं समझती। माँ - बाप हैं हम तेरे बेटी, दुश्मन नहीं है। रवि तेरे लिये सही लड़का नहीं है बेटी।तेरे पापा उससे मिलने गए थे। तेरी खुशी के लिये हम उसे अपना भी लेते ....पर बेटी तेरे पापा ने उसकी आँखों में लालच और धुर्रत्ता देखी है। तु समझ मेरी बेटी।"सिया की माँ समझा रहीं थीं लेकिन सिया समझना तो दूर सूनने को तैयार नहीं थी।"माँ! पापा शुरू से ही रवि को पसंद नहीं करते इसलिये वो उससे मिलने का दिखावा करने गए थे। पर माँ , मैं शादी करूँगी तो