रमा देवी अपने बेटे नारंग, बहु सुरीली और पोते विवेक के साथ जयपुर मैं रहती हैं। बेटे नारंग का जब से विवाह हुआ तब से उसके रंग बहू के कारण बदल गए हैं। बहू का नाम सुरीली है लेकिन सास की ओर से उसके सुर; जब से शादी कर इस घर में आयी है तब से बदले हुए ही हैं।रमादेवी घर का सारा काम करती हैंं जैैसे विवेेेक को स्कूल के के लिए तैयार करना खाना बनाना आदि। एक दिन सुबह - सुबह ही जब रमा जी बेटे - बहू को चाय देने गयी तब दोनों सो रहे थे। जब उन्होंने