"अब नहीं जाऊँगी,कहे देती हूँ !" आते ही अपना पर्स पलंग पर फेंकते हुए चित्रा चिल्ला उठी ।" आखिर हुआ क्या डार्लिंग, बताओ तो सही ! सुमेर को चित्रा की नाराजगी की वजह पता थी । भैया ने फोन कर के उसे स्थिति से अवगत कर दिया था । फिर भी वह अनजान बना रहा । "वो तुम्हारी भाभी सा हैं न..पता नहीं क्या समझती हैं अपने आपको ! और तो और मम्मी जी भी उन्हीं का साइड लेती हैं । कभी-कभी तो लगता है सब के सब मिले हुए हैं , मेरे ख़िलाफ़ । कहते हुए पैर पटकते हुए दूसरे