नई चेतना - 19

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थोड़ी देर में नारायण नहा धोकर बाल्टी में पानी लिए वापस आ गया । कमरे में आकर नारायण ने एक नजर बाबू पर डाली जो शायद बैठे बैठे ही सो गया था । धनिया को सबके लिए कुछ भोजन बनाने को कहकर नारायण कपडे पहन बाहर की तरफ निकल गया ।धनिया उठकर सामने रखे हुए डिब्बों की तरफ बढ़ गयी । कमरे में मौजूद चीजों को देखने के बाद धनिया भोजन बनाने की तैयारी कर उसमें जुट गयी । बाबू वैसे ही पड़ा सोता रहा ।नारायण थोड़ी ही देर में वापस आ गया । धनिया भोजन बनाने में व्यस्त थी